अयोध्या विवाद का अंतिम सुनवाई पूरी
अयोध्या विवाद: मुस्लिम पक्ष के वकील को कोर्ट की लताड़, रोक-टोक बर्दाश्त नहीं की जाए
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#दिल्ली
====== राम जन्मभूमि अयोध्या विवाद में जारी सुनवाई को लेकर के कोर्ट में आखिरी दिन की सुनवाई के समय बेंच मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन के स्वभाव से नाराज हो गया और मुस्लिम पक्ष के वकील को किसी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आपने कोर्ट में अगर यही रोका-टोकी जारी रखी, जिसे कोर्ट बर्दाश्त नहीं करेगा. आज हर हाल में इस मामले की सुनवाई करना चाहता है और बाकी लोग तो इस मामले को टाल सकती है ऐसे में बैठा है।
इसके पहले रंजीत कुमार ने कहा कि कैलाश पर्वत पर शिव कि मूर्ति या कोई देवता का चिन्ह नहीं है, लेकिन पूरे पर्वत को देवता के तौर पर पूजा जाता है। हिन्दुओं में कण कण में भगवान कि मान्यता है..
रंजीत कुमार ने कहा कि जन्मभूमि का महत्व भी कैलास मानसरोवर जैसा है। मैं वहां गया तो देखा कि हिन्दू ही नहीं बौद्ध भी उस पर्वत की पूजा उपासना करते हैं। बौद्ध वहां के पत्थरों पर पताका लगाकर उसे ज्वेल ऑफ स्नो या रिन पो छे कहते हैं। पूरा पर्वत बिना किसी प्रतिमा के पवित्र और पूजनीय स्थल माना जाता है। रंजीत कुमार ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की सुन्नी वक्फ बोर्ड की याचिका को खारिज किया जाए।
निर्वाणी अखाड़ा "हनुमान गड़ी" की तरफ से कहा गया कि भगवान की मूर्ति बाबा धर्म दास और अन्य के द्वारा रखी गई। बाबा अभिराम दास के खिलाफ इसको लेकर FIR भी दर्ज हुई थी। बाबा अभिराम दास ने 1962 में पुजारी के रुख में पूजा का अधिकार मांगा था। निर्वाणी अखाड़ा ने कहा कि ये निर्मोही अखाड़ा से अलग है।
निर्वाणी अखाड़ा ने कहा कि "सिवायत शिप उनकी है" इसमें किसी को आपत्ति नही।-निर्वाणी अखाड़ा की तरफ से बहस पूरी अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की तरफ से वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने बहस की शुरुवात की। विकास सिंह ने किशोर कुणाल की लिखी किताब को रिकॉर्ड पर कोर्ट के समक्ष रखने की पेशकश की। -मुस्लिम पक्ष ने इसका विरोध किया। -
राजीव धवन ने कहा ये नया बुक है। - विकास सिंह ने कोर्ट को बुक दी। -CJI ने कहा कि वो नवंबर में इस किताब को पढेंगे। - विकास सिंह के कहा कि फैसले से पहले इस किताब को पढियेगा। -CJI ने हँसते हुए कहा देखेते है। -राजीव धवन के बार बार टोकने पर विकास सिंह नाराज हुए। - कहा हमारे पास कम समय है उसके बाद भी राजीव धवन बार बार टोक रहे है -विकास ने जो नक्सा किताब से दिखाया और कहा कि इस नक्शै में भगवान राम के जन्मस्थान का सही लोकेशन है जो अबतक किसी ने नहीं कोर्ट को बताया. -इस बात पर धवन ने विरोध किया कहा ये बेकार.की बाते हैं मैं इस डाक्यूमेंट को नहीं मानता -सीजेआई.. अगर आप नहीं मानते तो कोई बात नहीं.. कहा विकास सिंह भी सिर्फ बयान दे रहे हैं. -सीजेआई ने धवन पर नाराजगी जताई.. कहा कोर्ट रूम में इसतरह की रोकटोक होगी तो सुनना मुश्किल होगा -इसके बाद धवन ने कहा कि मैं विकास सिंह के उठाए इन सवालों का जवाब नहीं दूंगा। Cji- ठीक है आप जवाब ना दें! -विकास सिंह ने कहा कि ठीक है मैं किताब पर रिलाई नहीं कर रहा बल्कि हाईकोर्ट के फैसले के मुताबिक एक नक्शा दिखाना चाहता हूँ। -धवन- ये भी किताब का हिस्सा है। मैं किसी भी सूरत में इसे अलाउ नहीं कर सकता। ये कहते हुए धवन ने नक्शा फाड़ डाला। पांच टुकड़े कर दिए। -
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